Wednesday, November 21, 2018

कब्ज का इलाज


  परिचय

कब्ज का अर्थ बहुत कड़ा मल या मल त्याग करने में कठिनाई होती है। अगर भोजन में रेशे (फाइबर) या पानी की मात्रा कम हो तो आंतों में भोजन धीरे धीरे खिसकता है और बड़ी आंत (Large intestine) उसमे से पानी सोखती रहती है जिसके कारण वह धीरे धीरे कड़ा हो जाता है और मल त्यागने में दिक्कत आती है ।


  कारण :

• ऐसे आहार जिनमें चर्बी और शक्कर ज्यादा हों और रेशे कम हों।

• काफी मात्रा में तरल पदार्थ न लेना।

• निष्क्रिय रहना।

• जब आप को मल त्याग की इच्छा हो तब शौचालय न जाना।
 
 
  लक्षण :

  • ऐंठन हो, दर्द हो, पेट फूल जाए या मतली हो

• ऐसा महसूस हो कि आपकी अँतड़ियां पूरी तरह से खाली नहीं हुई हो

• मल त्याग के लिए ज़ोर लगाना पड़े


  आयुर्वेदिक उपचार :

  • एक चुटकी काला नमक गुनगुने पानी में डालें और उसे सुबह खाली पेट पीकर 15 मिनट तक चहलकदमी करें, कब्ज़ में अवश्य ही राहत मिलेगी।

• अपने भोजन में मोटे अनाज (Bran) का समावेश करें। मौसम के अनुसार उपलब्ध सलाद को शामिल करने से कब्ज और पेट की दूसरी तमाम समस्याओं से स्थाई रूप से छुटकारा पाया जा सकता है।



  लक्षण :

• अलसी के बीज (F) के साथ मिलाकर खा सकते हैं या फिर मुट्ठी भर अलसी के बीज को गर्म पानी के साथ सुबह खा सकते हैं।

• किशमिश फाइबर(Fiber) से भरपूर होती है और प्राकृतिक जुलाब की तरह काम करती है। १०-१२-किशमिश को रात में पानी में भिगोकर रख दें और सुबह खाली पेट खाएं। गर्भावस्था (Pregnancy) में महिलाओ को अक्सर कब्ज़ की शिकायत रहती है, गर्भवती महिलाओं (Pregnant Females)के लिए यह बहुत लाभकारी उपाय है।

• अमरूद (Gauva) भी कब्ज़ में बहुत राहत पहुँचाता है। इसके गूदे और बीज में फाइबर की उचित मात्रा होता है। इसके सेवन से खाना जल्दी पच जाता है और एसिडिटी (Acidity) से भी राहत मिलती है, साथ ही पेट भी साफ हो जाता है।

• एक गिलास गुनगुने पानी में नींबू (Lime) और नमक (Salt) मिलाकर सुबह खाली पेट पीने से भी कब्ज़ में काफी आराम मिलता है।
 

  बचाव  :

  • दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए। गुनगुने या गरम पानी से आपकी आँतों को आसानी से काम करने में मदद मिल सकती है।

• ब्रैन सिरियल, होल ग्रेन ब्रेड, कच्ची सब्जियां, ताजे या सुखाये हुए फल, सूखा मेवा और पॉपकॉर्न जैसी अधिक रेशे वाली चीजें खाइए। रेशे शरीर से मल को निकलने में मदद करते हैं।

• चीज़, चॉकलेट और अण्कडें आदि कम खाना चाहिए क्योंकि इनसे कब्ज (Kabj) बढ़ सकती है।

• मल को नरम करने के लिए आलू बुखारे या सेब का रस पीजिए।

• अपनी आँतों को ठीक से काम करने में मदद करने के लिए कसरत कीजिए।

• कब्ज में पैदल चलने से लाभ होता है।

• जब आप को मल त्याग करने की इच्छा हो, शौचालय जाएं।

• एनीमा का उपयोग करने से पहले अपने चिकित्सक की सलाह लें।
  





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