Wednesday, November 21, 2018

एड्स से बचाव और इलाज




      परिचय

असुरक्षित यौन संबंधों, एक से अधिक लोगों के साथ सेक्स करने, बिना जांच किया हुआ रक्त ग्रहण करने, दाढ़ी या टैटू आदि बनाते समय संक्रमित ब्लेड या सुई के इस्तेमाल से एड्स फैलता है।अकसर लोग सोचते हैं कि एड्स साथ खाने, बैठने, हाथ मिलाने आदि से फैलता है जो सरासर गलतफहमी है। एड्स ना तो रोगी के साथ संपर्क करने से, साथ-साथ खाने, उठने और बैठने, एक-दूसरे का कपड़ा इस्तेमाल करने से नहीं होता है। एड्स के मरीज को दवाई के साथ समाज के सहयोग की भी जरूरत होती है।
  
एड्स क्या है? (What is AIDS)
   
एड्स एचआईवी या ह्यूमन इम्यूनोडेफिसिएंशी वायरस (Human Immunodeficiency Virus) के कारण होता है। जिस इंसान में यह वायरस होता है वह एचआईवी पॉजिटिव होता है। एक संक्रमित रोगी से यह वायरस दूसरे के पास यौन संबंध या खून लेने-देने के दौरान पहुंचता है और फैलता है। एचआईवी पॉजिटिव होने के बाद शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम होने लगती है और एक स्टेज के बाद यह इतनी कम हो जाती है कि रोगी को बार-बार खांसी-जुकाम और अन्य इंफेक्शन होने लगते हैं। आखिरी स्टेज में कई बार यह रोगी के लिए जानलेवा साबित होती है।
          
  
   एड्स के प्रमुख कारण (Cause of Aids in Hindi)
           असुरक्षित यौन संबंधों, एक से अधिक लोगों के साथ सेक्स करने, बिना जांच किया हुआ रक्त ग्रहण करने, दाढ़ी या टैटू आदि बनाते समय संक्रमित ब्लेड या सुई के इस्तेमाल से एड्स फैलता है।अकसर लोग सोचते हैं कि एड्स साथ खाने, बैठने, हाथ मिलाने आदि से फैलता है जो सरासर गलतफहमी है। एड्स ना तो रोगी के साथ संपर्क करने से, साथ-साथ खाने, उठने और बैठने, एक-दूसरे का कपड़ा इस्तेमाल करने से नहीं होता है। एड्स के मरीज को दवाई के साथ समाज के सहयोग की भी जरूरत होती है।
  
  
   कारण :
  
    असुरक्षित सेक्स (Unsafe Sex)
  एक से अधिक साथियों के साथ यौन संबंध बनाने से एचआईवी एड्स फैल सकता है। यह समलैंगिक संबंधों में भी हो सकता है।
  संक्रमित रोगी द्वारा (From HIV+ Victim)
    एचआईवी पॉजिटिव पुरुष या महिला के साथ असुरक्षित यौन संबंध बनाने के कारण भी यह फैलता है।
  संक्रमित खून चढ़ाने (Through Blood Transfusion)
  बिना जांच किया हुआ रक्त ग्रहण करने के कारण भी एचआईवी से पीड़ित होने का खतरा रहता है। यह एड्स को फैलाने की दूसरी सबसे बड़ी वजह मानी जाती है।
    संक्रमित ब्लेड से (Through Infected Blood)
    साथ ही नाई के यहां बिना स्टरलाइज्ड (रोगाणु-मुक्त) उस्तरा या पुराना इन्फेक्टेड ब्लेड (Infected Blade) इस्तेमाल करने से भी यह फैल सकता है।
    संक्रमित माता से (HIV Positive Mother)
   एचआईवी संक्रमित माता के द्वारा यह बच्चे में खून या प्रसव के समय और दूध पिलाने के दौरान पहुंच जाता है।
 
 
 
  लक्षण :

• अकारण वजन घटते जाना।
• गले या बगल में सूजन भरी गिल्टियों का हो जाना।
• त्वचा पर दर्द भरे और खुजली वाले चकते हो जाना।
• बिना किसी वजह के लगातार डायरिया बने रहना।
• बिना किसी वजह के लगातार थकान बने रहना और तेजी से वजन गिरना।
• मुंह में घाव हो जाना।
• मुंह में सफेद छाले जैसे निशान होना।
• याद्दाश्त में कमी, डिप्रेशन या अन्य दिमागी बीमारी
• लंबे समय तक बुखार रहना


बचाव  :

सुरक्षित सेक्स (Use Safety)
एड्स, एचआईवी संक्रमण और अन्य सेक्स संक्रमित बीमारियां रोकने के लिए हमेशा संबंध बनाते समय कंडोम आदि का प्रयोग करना चाहिए। अपने जीवनसाथी के प्रति वफादार रहना चाहिए और एक से अधिक व्यक्ति से यौनसंबंध बनाने से बचना चाहिए।

इस्तेमाल की गई सुइयों का प्रयोग ना करें (Use Disposable Syringe)
सुई लगवाते समय हमेशा यह ध्यान रखें कि डिस्पोजेबल सीरिंज या सुइयों का ही इस्तेमाल हो।

खून के लेन-देन से पहले जांच (Test Before Blood Transfusion)
खून लेने या देने से पहले उसकी जांच अवश्य कर लें। यदि आप एच.आई.वी संक्रमित या एड्स ग्रसित हैं तो रक्तदान ना करें।

गर्भवती महिलाएं ध्यान रखें (Tips for HIV+ Pregnant)
गर्भवती महिलाओं को अपना एचआईवी टेस्ट जरूर कराना चाहिए। अगर जांच पॉजिटिव है तो बच्चा हो जाने के बाद एचआईवी से ग्रस्त मां को बच्चे को अपना दूध नहीं पिलाना चाहिए। इस केस में बोतल से दूध पिलाना बेहतर माना जाता है।

शक होने पर एच.आई.वी टेस्ट (HIV AIDS Test)
यदि आप को एच.आई.वी एड्स होने का संदेह हो तो तुरंत अपना एच.आई.वी परीक्षण कराना चाहिए।



  
  
  
  

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